जयपुर (ओएनएस) श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ में संघ विधान की अनदेखी के मामले हमने पिछले दिनों उठाये थे और साफ किया था कि संघ के पदाधिकारी किस तरह संघ के उद्देश्यों की धज्जियां उठा रहे हैं!
हम ताजा एक मामला खरतरगच्छ समाज के सामने रख रहे हैं। खरतरगच्छ संघ विधान में साफ वर्णित है कि संघ के प्रत्येक सदस्य को संघ की कार्यवाही के बारे में जानकारी करने का अधिकार होगा। लेकिन श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के हालात यह हैं कि संघ की दैनिक कार्यवाही, जोकि गोपनीय श्रेणी की भी नहीं होती है, उसे भी अत्यन्त गोपनीय रखा जाता है, जैसे कि हिटलर की नात्सीवादी अधिनायकवादी कार्यप्रणाली को संघ के दफ्तर में लागू किया गया हो!
खरतरगच्छ जन चेतना मंच के प्रमुख कार्यकारी कार्यकर्ता हीराचंद जैन ने सवाल किया है कि श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के विधान की धारा-6 (4) में भी स्पष्ट लिखा है कि संघ की कार्यवाही के बारे में जानकारी करने का अधिकार होगा वहीं धारा-6 (6) में भी साफ लिखा है कि कोई भी सदस्य साधारण सभा द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव की अवहेलना नहीं करेगा।
अब खरतरगच्छ संघ के पदाधिकारी बतायें कि वे इन धाराओं का उलंघन क्यों कर रहे हैं? क्या खरतरगच्छ संघ उनकी बपौती है या फिर संघ के दफ्तर में हिटलरी राज चलता है? हम इस सम्बन्ध में विस्तार से आगे लिखेंगे।
हम ताजा एक मामला खरतरगच्छ समाज के सामने रख रहे हैं। खरतरगच्छ संघ विधान में साफ वर्णित है कि संघ के प्रत्येक सदस्य को संघ की कार्यवाही के बारे में जानकारी करने का अधिकार होगा। लेकिन श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के हालात यह हैं कि संघ की दैनिक कार्यवाही, जोकि गोपनीय श्रेणी की भी नहीं होती है, उसे भी अत्यन्त गोपनीय रखा जाता है, जैसे कि हिटलर की नात्सीवादी अधिनायकवादी कार्यप्रणाली को संघ के दफ्तर में लागू किया गया हो!
खरतरगच्छ जन चेतना मंच के प्रमुख कार्यकारी कार्यकर्ता हीराचंद जैन ने सवाल किया है कि श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के विधान की धारा-6 (4) में भी स्पष्ट लिखा है कि संघ की कार्यवाही के बारे में जानकारी करने का अधिकार होगा वहीं धारा-6 (6) में भी साफ लिखा है कि कोई भी सदस्य साधारण सभा द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव की अवहेलना नहीं करेगा।
अब खरतरगच्छ संघ के पदाधिकारी बतायें कि वे इन धाराओं का उलंघन क्यों कर रहे हैं? क्या खरतरगच्छ संघ उनकी बपौती है या फिर संघ के दफ्तर में हिटलरी राज चलता है? हम इस सम्बन्ध में विस्तार से आगे लिखेंगे।