ऑब्जेक्ट साप्ताहिक ***** प्रत्येक गुरूवार को प्रकाशित एवं प्रसारित ***** सटीक राजनैतिक विश्लेषण, लोकहित के समाचार, जनसंघर्ष का प्रहरी

अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्सों ने करवाये वारे न्यारे नगर निगम के हुक्कामों के!

जयपुर (ओएनएस) जयपुर नगर निगम में बैठे भ्रष्ट और बेईमान अफसर अवैध अतिक्रमण हटाने में जिस तरह भेदभावपूर्ण कार्यवाही करते हैं उससे इन बेशर्म अफसरों के खिलाफ जनआक्रोश गहराता जा रहा है। चार दिवारी क्षेत्र में हवामहल जोन पूर्व में जयपुर नगर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जगरूप सिंह यादव की अगुआई में सतर्कता आयुक्त अनिल गोठवाल की रहनुमाई में गरीबों के छोटे-छोटे निर्माणों को अतिक्रमण की श्रेणी में डाल कर उन पर तो कार्यवाही की जा रही है, लेकिन बड़ी मछलियों पर हाथ डालने की शायद इनमें औकात भी नहीं है!
जयपुर नगर निगम के हवामहल जोन पूर्व के बापू बाजार में स्थित दुकान नम्बर 44 में जोन आयुक्त और उनके अधीनस्थ अहलकारों की दुकान मालकिन से सांठ-गांठ के चलते दुकान के नीचे अण्डरग्राउण्ड बनवा दिया गया जबकि इस अण्डरग्राउण्ड को भरवा कर अनुपयोगी बनवाने के स्पष्ट आदेश रेकार्ड पर मौजूद हैं। लेकिन मोटा नजराना लेकर नगर निगम के अफसरों और कारिंदों ने तहखाने को भरवा कर अनुपयोगी करने के स्थान पर वहां आलीशान तहखाना बनवा दिया!
इस ही तरह भवन म्युनिसिपल संख्या 4009 से 4011 में शिकायतों के बावजूद अवासीय स्वीकृति की आड़ में व्यवसायिक निर्माण किया जा रहा है, लेकिन नगर निगम के अफसर हाथ पर हाथ रख कर इस तरह बैठे हैं, जैसे कि इन्होंने चूडियां पहन रखी हों!
यही हाल भवन म्युनिसिल संख्या 3873, केजीबी का रास्ता स्थित बिना स्वीकृति निर्माण के हैं। लगातार शिकायतों और बिना स्वीकृति निर्माण की जानकारी होते हुए भी हवामहल जोन पूर्व के आयुक्त, सीईओ जगरूप सिंह यादव, निदेशक विधि और सतर्कता आयुक्त अनिल गोठवाल कार्यवाही करने में गम्भीर लापरवाही कर गैर कानूनी तरीके से फाईलों में इसे कम्पाउंड करने हेतु बार-बार नक्क्षे बदलवा कर स्थापित कानूनों की स्पष्ट अवमानना कर अवैध निर्माणकर्ता को सहयोग कर रहे हैं।
यही हाल भवन म्युनिसिपल संख्या 2055 के हैं। पहिले तो भवन मालिक गोवर्धनदास झंवर से सांठगांठ कर इस निर्माण की फाइल ही गायब कर दी गई उसके बाद शिकायतकर्ता ने सूचना के अधिकार कानून के तहत प्राप्त इस अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स के कागजों की फोटो प्रतियां आयुक्त हवामहल जोन पूर्व को दी। इस अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स के खिलाफ भी कार्यवाही करने के लिये आयुक्त हवामहल जोन पूर्व ने नगर निगम के सतर्कता आयुक्त से कई बार जाप्ता मांगा था, लेकिन मुख्य कार्यकारी अधिकारी जगरूप सिंह यादव और सतर्कता आयुक्त अनिल गोठवाल की अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स बनाने वाले भू-माफिया गोवर्धनदास झंवर से सांठ-गांठ के चलते हवामहल जोन पूर्व के आयुक्त को बार-बार आग्रह करने के बावजूद जाप्ता (पुलिस फोर्स) उपलब्ध नहीं करवाया गया। इससे साफ है हो जाता है कि अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स निर्माता से मोटा नजराना इन दोनों अफसरों सहित इनके अधीनस्थ नगर निगम में बैठे सम्बन्धित भ्रष्ट अफसरों ने वसूला है।
एक ओर उदाहरण चार दिवारी क्षेत्र के हवामहल जोन पूर्व में चौकडी विश्वेश्वरजी में स्थित भवन म्युनिसिपल संख्य 2313 में अवैध बिना इजाजत बने कॉमर्शियल काम्प्लेक्स रत्नश्री के खिलाफ कार्यवाही के लिये नगर निगम के हवामहल जोन पूर्व के आयुक्त बार-बार सतर्कता आयुक्त अनिल गोठवाल से जाप्ता उपलब्ध करवाने के लिये मांग करते रहे और जोन आयुक्त द्वारा अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स के खिलाफ कार्यवाही के दिन जानबूझ कर नगर निगम के सीईओ जगरूप सिंह यादव की सरपरस्ती में नजराने की वसूली के फेर में जाप्ता उपलब्ध नहीं करवाया जाता है! सूत्र बताते हैं कि इस अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स के खिलाफ कार्यवाही नहीं करने के पेटे दस लाख रूपये से ज्यादा नगर निगम के अफसर और कारिंदे भू-माफियाओं से वसूल चुके हैं। इस अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स के हालात ये हैं कि इस काम्प्लेक्स में टैक्स चोरी का अवैध कपड़े का व्यापार होता है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जगरूप सिंह यादव और सतर्कता आयुक्त अनिल गोठवाल की नजराना वसूली हरकतों के चलते कार्यवाही से बचे इस कॉमर्शियल काम्प्लेक्स में अगर आग लग जाये तो पूरे इलाके में भयंकर तबाही होगी, क्योंकि काम्प्लेक्स के चारों ओर के किसी भी रास्ते से फायर ब्रिगेड के फायर टेण्डर वहां पहुंच की स्थिति में नहीं है।
इस ही बिल्डर से जुडे लोगों का एक अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स नगर निगम के हवामहल जोन पश्चिम की चौकडी विश्वेश्वरजी के गोपालजी के रास्ते में स्थित भवन म्युनिसिपल संख्या 1090 में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जगरूप सिंह यादव और सतर्कता आयुक्त अनिल गोठवाल की सरपरस्ती और आयुक्त हवामहल जोन पश्चिम की रहनुमाई में बनाया जा रहा है, लेकिन ये हुक्काम खूंटी तान कर सो रहे हैं!
जयपुर नगर निगम से जुड़े सूत्रों का साफ-साफ मानना है कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी जगरूप सिंह यादव की सरपरस्ती में डायरेक्टर लॉ अशोक सिंह, सतर्कता आयुक्त अनिल गोठवाल और जोन आयुक्तों का एक काकस बन गया है, जो अपने चहेते भू-माफियाओं को जयपुर महानगर की चार दिवारी क्षेत्रों सहित अन्य क्षेत्रों में गैर कानूनी बिना इजाजत कॉमर्शियल काम्प्लेक्सों के निर्माण करने में पुरजोर सहयोग कर रहे हैं।
अफसरों के इस काकस की नजराना वसूली और अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स बनवाओ नौटंकी के चलते सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले भू-माफियाओं के हौंसले बुलंद हो गये हैं। सीईओ जगरूप सिंह यादव और सतर्कता आयुक्त अनिल गोठवाल नजराना देऊ भू-माफिया और अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स निर्माणकर्ताओं पर कार्यवाही के लिये सतर्कता शाखा में मौजूद पुलिस फोर्स जोन आयुक्तों को उपलब्ध नहीं करवाते हैं और न ही जिला पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन से पुलिस फोर्स उपलब्ध करवा कर जोन आयुक्तों को अवैध निर्माणों को ध्वस्त कराने और सील करवाने में मदद करते हैं।
इस ही तरह भवन म्युनिसिपल संख्या 4269 में बन रहे अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स और सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का प्रकरण भी नगर निगम के अफसर दबा कर बैठे हैं।
उपरोक्त उदाहरण साफ जाहिर करते हैं कि सीईओ जगरूप सिंह यादव की सरपरस्ति में भू-माफियाओं, अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्स बनाने वाले बिल्डरों, ठेकेदारों और सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने वालों का राज है। अब उपरोक्त हकीकतों के मद्दे नजर करें खुलासा जगरूप सिंह यादव और उनकी भजन मण्डली कि वे क्यों अवैध कॉमर्शियल काम्प्लेक्सों के निर्माण को रोकना नहीं चाहते हैं। कितना नजराना मिलता है इन अवैध निर्माणों पर कार्यवाही नहीं करने के लिये!

OBJECT WEEKLY TOOLBAR

 
मुख्‍य पृष्‍ठ | सरदारशहर संस्‍करण | जयपुर संस्‍करण | राज्‍य समाचार | देश समाचार | विडियो | विज्ञापन दर | सम्‍पर्क